यहाँ वो अनछुआ, असली लुक मिलता है, बॉडीज जैसी हैं, ग्रूमिंग की ज़रूरत नहीं। सीन अक्सर आरामदायक, अव्यवस्थित बेडरूम में होते हैं, फ्लैनल शीट्स इधर-उधर बिखरी हुई। बस सीधा-सादा धक्का-मुक्की, हर मूव में रग्ड, धरती जैसा फील।